VIDYAPATI VASANT विद्यापति Chandigarh 22nd 12 2017 5th Show
VIDYAPATI VASANT 22nd December 2017 Chandigarh, Punjab After EZCC, Kolkata, Agartala (2 Show) and Hisar विद्यापति वसंत कथक की शास्त्रीय भाव भंगिमामों में मैथिली भाषा के महान कवि मैथिल कोकिल विद्यापति की वसंत पर आधारित उनकी कविताओं ली नृत्य अभिव्यक्ति है प्रस्तुति के प्रथम भाग में प्रस्तुत पद में विद्यापति वसंत के आगमन पर वृन्दावन की निखरी शोभा का वर्णन करते हैं ताज़े फूल , कोमल पल्लव , वसंती सुगंधित बयार , भ्रमर की गुनगुन , के मादक वातावरण में नंदकिशोर कृष्ण कुंजों में विचरण करते हैं कोयल मधुर तान में खुले गले से कूकती है कुंवारी गोपियाँ और नव दंपति के हृदय में नया उत्साह है। नृत्य प्रस्तुति के द्वितीय चरण में विद्यापति वसंत के आगम से अपने अंतर में बजते स्वर , ताल , लय और संगीत का अनहद नाद वर्णित करते हैं वसंत कृष्ण और गोपियों की अद्भुत लीला से अंतर में भर देता है घुंघरू , मृदंग , बांसुरी , चुड़ियों की खनक , करधनी की संगत से मधुर रुन-झुन मृदंग की ऊंची आवाज़ थके पैरों में नयी जान दाल देता है और फिर सज जाता है वसंत रास काम